शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015

क्रिस्टल बाल और भविष्यवाणी

क्रिस्टल बाल से भुत, भविष्य तथा वर्तमान को जानने की एक पश्चात पद्धति है स्क्राइंग। स्क्राइंग का तात्पर्य है कि परावर्तक सतह पर रहस्मयी प्रतिबिंबों को देखना। इस पद्धति का प्रचार 15वीं सताब्दी में यूरोप से प्रारंभ हुआ। उस समय के तत्कालीन ब्रिटिश महारानी एलिजा बेथ के व्यक्तिगत ज्योतिषी सरजान डी को इस पद्धति के द्वारा भविष्यवाणी करने में महारथ हासिल थी।
सरजान डी ने क्रिस्टल बाल के माध्यम से कई सटिक भविष्यवाणीयां की। ब्रिटिश महारानी एलिजा बेथ से संबंधित अनेकों भविष्यवाणी भी उन्होने की थी, जो समय-समय पर सत्य घटीं। स्पेनिश हमले से पूर्व ही उन्होंने हमले से संबंधित भविष्यवाणी कर दिया था। सरजान डी के भविष्यवाणीयों से महारानी अत्यंत प्रभावित थी।
क्रिस्टल बाल क्या है
क्रिस्टल बाल एक विषेश प्रकार के क्रिस्टल से बनी पारदर्शी बाल होती है, इसे बाटिल भी कहते हैं। यह कई रंगों मे होती है, परंतु भविष्य देखने की क्रिया मे गहरे नीले पीले नारंगी या सफेद रंग के क्रिस्टल बाल का उपयोग किया जाता है।
भविष्य जानने के लिए प्रातःकाल या संध्या काल में एकांत जगह पर क्रिस्टल बाल को रखकर सामने सुगंधित अगरबत्तीयां जला कर प्रयोग किया जाता है।
क्रिस्टल बाल पर प्रयोगकर्ता द्वारा त्राटक करते हुए ध्यान की अवस्था तक पहुंच कर कोई प्रश्न किया जाता किया जाता है। प्रश्नों के उत्तर के रूप में क्रिस्टल बाल के अन्दर तरह-तरह की छवियां तथा दृष्य चलचित्र की भांति दिखाई देने लगती है जिसे मात्र प्रयोग कर्ता ही देख पाता है।
सर्वप्रथम क्रिस्टल बाल के अंदर घुंघली आकृतियां दिखाई देती हैं फिर धीरे-धीरे सब कुछ स्पष्ट होने लगता है इस प्रकार से प्रयोग कर्ता किसी भी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है। उन्ही दृश्यों के आधार पर भविष्यवाणी किया जा सकता है। लेखक- प्रदीप गोस्वामी (संपादक- रहस्यों के खोज में, आध्यात्मिक पत्रिका) मो.न.09753640635

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